बददी-नालागढ़ नेशनल हाईवे पर मलकूमाजरा स्थित एक कैमीकल के गोदाम में आग लगने से लाखों रुपये का नुकसान हो गया है। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। मलकू माजरा स्थित आदिनाथ कैमिकल अलकोकेम के थिन्नर के गोदाम में अचानक आग लग गई। बताया जा रहा है कि स्टोर से आग शुरु हुई और देखते ही देखते पूरे गोदाम में फैल गई। आग से लाखों रुपये का केमिकल जल कर राख हो गया। कंपनी के प्रंबधकों ने इसकी सूचना फायर ब्रिगेड़ मौके पर पहुंच गई। यहां यह वर्णनीय है कि आग बुझाने में बददी के वर्धमान समूह व नालागढ़ के टीवीएस कंपनी ने अपना सामाजिक दायित्व का बखूबी निर्वहन किया और अपनी एक एक गाडी तुरंत मौके पर मलकूमाजरा भेजी है। यह दो कंपनियां ऐसी है जिन्होने अपनी गाडियां हर समय समाज के व लोगों के लिए आपदा के समय में हर समय निशुल्क तैनात रखी है। इन कंपनियों का विभाग को इतना सहारा मिलता है कि आग के समय जो कमी लगती है वो पूरी हो जाती है। यही नहीं दोनो कंपनियों की गाडियों पर जो स्टाफ तैनात होता है वो बहुत ही प्रशिक्षित होता है और उनसे कंपनी में कोई काम नहीं लिया जाता और इनको दिन रात बिल्कुल फ्री रखा जाता है।
आज भी जब कैमीकल कंपनी आगे की चपेट में आई तो बद्दी से तीन, नालागढ़ से दो और वर्धमान और टीवीएस कंपनी के दो फायर टैंडर मौके पर पहुंचे। और पानी डाल कर आग बुझाई गई। करीब दो घंटे में आग पर काबू पाया गया। आग पर काबू पाने में सरकारी मशीनरी के साथ साथ निजी उद्योगों की दो हाईटेक गडियों का भी बहुत ज्यादा अहम योगदान रहा। यह दोनो उद्योग लंबे समय से बीबीएन में कहीं भी आग लगे तो तत्काल निशुल्क गाडी भेजकर आग में काबू पाने में सरकारी अम्ले की मदद करते हैं। आज भी बददी के वर्धमान समूह व नालागढ़ के टीवीएस मोटर्स कंपनी के दो अग्रिशमन वाहनों का आग पर काबू पाने में अहम रोल रहा।
टीवीएस कंपनी के महाप्रबंधक यशवंत गुुलेरिया जो कि बीबीएन उद्योग संघ के महासचिव ने बताया कि आज बहुत बडा हादसा हो सकता था लेकिन फायर विभाग ने उसको काबू कर लिया जिसके लिए वो सम्मान के पात्र हैं। वर्धमान के उपाध्यक्ष अनुराग पुरी ने कहा कि हमारी गाडी हर समय चौबीस घंट रेडी रहती है जो कि प्राकृतिक आपदा के लिए उपलब्ध है। फायर आफिसर कलदीप ठाकुर ने बताया कि आग से लाखों का नुकसान हुआ है। जिसका आकलन किया जा रहा है। आग लगने का कराणों का अभी तक पता नहीं चला है। इस गौदाम के साथ गलेनमार्क, एक छोटी कंपनी और रिहायशी मकान थे जिसे बचाया गया। फायर ब्रिगेड ने करोड़ों रुपये की संपत्ति को बचाया गया।