औद्योगिक क्षेत्र बद्दी में राज्य दवा नियंत्रक प्राधिकरण ने नकली दवा बनाने वाले गिरोह को पकड़ा। आरोपी की पहचान मोहित बंसल पुत्र विनोद बंसल निवासी आगरा के रूप में हुई है। जो कि नामी कंपनियों के नाम पर बद्दी में दवा बनाकर बेचने का काम करता था। मुख्य आरोपी के साथ दो अन्य लोगों को भी पकड़ा है।
पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपियों का आगरा में मेडिकल स्टोर भी है। जहां पर इन दवाओं को बेचा जाता था। मंगलवार सुबह बद्दी बैरियर पर ड्रग विभाग की टीम ने यूपी नंबर की क्रेटा कार को पकड़ा। जिसमें नकली दवाइयां ले जाई जा रही थीं। राज्य दवा नियंत्रक नवनीत मारवाह की अगुवाई में बनी टीम ने यह सफलता हासिल की है। अब टीम आरोपियों को दवा कंपनी के बारे में पूछताछ कर रही है। विभाग ने पुलिस की मद्द से तीन लोगों को गिरासत में लिया है।
इन कंपनियों के नाम पर बना रहे थे नकली दवाइयां
ड्रग विभाग ने कार से नकली दवा व आरोपियों को हिरासत में लिया। जिनकी निशानदेही पर बरोटीवाला मार्ग सिक्का होटल के समीप से गोदाम भी बरामद किया है। जिसमें लाखों की संख्या में दवाइयां बरामद की गईं।
यूएसबी क ंपनी की कोलेस्ट्रोल कम करने की रोजोडे -10 दवा, सिपला कंपनी की कोरोना वायरस में गले में एलर्जी की दवा मांटेयर-10 तथा इफका लैब कंपनी की दर्द निवारक दवा जीरोडोल भी शामिल है।
राज्य दवा नियंत्रक नवनीत मरवाह ने नकली दवा पकड़े की पुष्टि करते हुए बताया कि उन्होंने एक यूपी नंबर की गाड़ी से नकली दवाई पकडऩे के बाद एक गोदाम पर भी दबिश दी है जिसमें लाखों की दवा बरामद की है। विभाग पकड़ी गई दवाओं की गिनती करा रहा है। विभाग ने तीन लोगों को हिरासत में लिया है। दवाई को सीज करने के बाद तीनों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा।