हिमाचल प्रदेश राज्य दवा नियंत्रक विभाग द्वारा नकली दवा बनाने वाली फैक्ट्री की पकडी गई निदेशक महिला उद्यमी की गिरफतारी को लेकर पुलिस प्रशासन की जान आफत में बनी रही। कभी थाने में महिला आरोपी को ठहराने का उचित प्रबंध नहीं था तो कभी लेडी पुलिस की कमी खली। गौरतलब है कि महिला उद्यमी को बुधवार को जब गिरफत में लिया गया तो रिमांड के दौरान उसको थाने में रखने की बारी आई। ड्रग विभाग आरोपी रजनी को लेकर लेकर बददी पुलिस थाने लाई तो पाया कि महिला बंदी गृह में शराब के मालखाने के रुप में प्रयोग हो रहा था। जो थोडा सा हिस्सा खाली था हालांकि आरोपी को वहां रखा जा सकता था लेकिन दारु के मालखाने से कोई गलत घटना घटित हो सकती थी। इसी कारण फिर रात को बददी पुलिस स्टेशन में आरोपी महिला उद्यमी हंगामा करती रही। अब पुलिस की संासे फूलनी लगी कि कहने को तो बददी पुलिस थाना आईएसओ सर्टिफिकेशन है लेकिन वहां एक महिला बंदी को रखने की जगह नहीं है हम क्या जबाव दें ? उसके बाद जब उसको बरोटीवाला पुलिस स्टेशन शिफट करना था तो लेडी कांस्टेबल नहीं मिली। ड्रग के विभागीय अधिकारी परेशां होते रहे। उसके बाद जैसे तैसे करके लेडी कांस्टबेल आई तो उसको बरोटीवाला थाने की महिला बंदीगृह सुरक्षित पहुंचाया गया। इससे पहले जब आरोपी महिला उद्यमी को बददी अस्पताल में मैडीकल के लिए पेश किया गया तो वो वहां भी रुआब दिखाने लगी और महिला होने का नाजायज फायदा उठाने लगी। उसने कहा कि मैं इंसूलीन का इंजेक्शन अपने चंडीगढ के निजी अस्पताल के चिकित्सक से लूंगी क्योंकि मुझे हिमाचल के डाक्टर पर विश्वास नहीं है। उसने फोन पर अपने रोजाना प्रयोग होने वाली दवाईयों की लिस्ट भी हिमाचल प्रशासन को थमा दी कि मैं कई बीमारियों से ग्रस्ति हूं। मुझे हर दवाई चाहिए। ड्रग विभाग ने यह दवाईयां जुटाई और जैसे तैसे करके आरोपी महिला उद्यमी को सैट किया और और उसको बरोटीवाला थाना ले जाकर उसको महिला बंदी गृह में रखा।
शुक्रवार को पेश होगी कोर्ट में:
आरोपी महिला उद्यमी का तीन दिन का रिमांड शुक्रवार को समाप्त हो जाएगा और उसको सुबह कोर्ट में पेश किया जाएगा। तीन दिन में उससे अधूरी पूछताछ ही हो पाई। ड्रग विभाग पुन: उसका रिमांड बढ़ाने का आग्रह कोर्ट से करेगा ताकि और ज्यादा आरोपियों को पकडा जाएगा और निशानदेही की जा सके। ड्रग कंट्रोलर नवनीत ने कहा कि केस में जांच जारी है और कोर्ट के आदेश के बाद अगली कार्यवाही की जाएगी। इस केस में जांच चल रही है इसलिए ज्यादा कुछ नहीं कहा जा सकता।
कैपशन-बददी पुलिस थाने का बंदी गृह जहां आरोपी महिला उद्यमी को रखना था लेकिन वहां पर शराब का मालखाना होने की वजह से उसको बरोटीवाला शिफट करना पड़ा।
नकली दवा बनाने की आरोपी उद्यमी पूरी रात करती रही बवाल
Highlights
- बददी पुलिस थाने में महिला बंदी गृह कक्ष में रखा था शराब का जखीरा
- आधी रात को ड्रग विभा को बरोटीवाला थाने का लेना पडा सहारा
- नकली दवा बनाने की आरोपी उद्यमी पूरी रात करती रही बवाल
- बददी पुलिस की बेहतर सुविधाएं देने की भी पोल खुली
- मैडीकल करवााने के नाम पर बोली सरकारी डाक्टर से नहीं लगवाऊंगी टीका
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